Hindustani 2 Movie Review in Hindi : 1996 में आई फिल्म ‘हिंदुस्तानी’ उर्फ ‘इंडियन‘ एक धमाकेदार फिल्म थी। इस फिल्म में कमल हासन ने डबल रोल प्ले किया था – एक बाप और एक बेटे का। बाप एक देशभक्त था जबकि बेटा थोड़ा करप्ट टाइप का था। इस फिल्म का कांसेप्ट ऐसा था कि बाप और बेटे के बीच संघर्ष होता है। अंत में बाप-बेटे का जो भी होना था, हो गया।
फिल्म की शुरूआत
अब अगर हम ‘हिंदुस्तानी’ को 1996 की मानें और ‘हिंदुस्तानी 2’ को 2024 की, तो सेनापति की उम्र 100 साल से भी ऊपर हो जानी चाहिए। लेकिन फिल्म में उनको देखकर ऐसा बिल्कुल भी नहीं लगता। वे इतनी एनर्जी और फुर्ती से एक्शन करते हैं कि मानो उन्होंने खुद GTA 6 के चीट कोड्स लिखे हों। वे इतनी कुशलता से लड़ाई करते हैं कि जैसे वर्मा कला की सारी ट्रिक्स उन्हें आती हों।
Also Read :
Hindustani 2 Movie Review in Hindi स्टोरीलाइन
फिल्म की स्टोरीलाइन सोशल इश्यूज पर आधारित है, जो हम पहले भी कई फिल्मों में देख चुके हैं। 1996 की ‘इंडियन’ का मेन इश्यू भी यही था। जब आप थिएटर में मूवी देखने जाते हैं, तो आपके दिमाग में एक सेटिंग बन जाती है कि आपको क्या देखने को मिलेगा। लेकिन फिल्म देखने के बाद ऐसा लगता है कि फिल्म एक लंबा लेक्चर है, जो कभी खत्म ही नहीं होता।
फिल्म का अनुभव
फिल्म में कई सीक्वेंस हैं, जहां लंबे पोजस लिए गए हैं ताकि ऐसा लगे कि इसमें वज़न है। लेकिन इससे फिल्म की आत्मा खो जाती है। फिल्म में एक सीन है, जहां एक आदमी स्कूल के मास्टर के बारे में पूछता है, जबकि बड़ा सा बोर्ड लगा हुआ है। ऐसा ही एक और सीन है, जहां बाप अपनी बेटी से कहता है कि उन्होंने सारा करप्शन उसकी शादी के लिए किया ताकि वे 100 डिशेज रखवा सकें। बेटी कहती है कि ए.आर. रहमान के गाने वह आईट्यून पर सुन सकती है।
फिल्म की कमी
फिल्म की सबसे बड़ी कमी यह है कि इसमें कोई एक्चुअल स्टोरी नहीं है। फिल्म में एक रफ सा कांसेप्ट है कि एक देशभक्त ग्रुप है, जो कुछ अच्छा करना चाहता है। लेकिन उनकी रीच लिमिटेड है। वे ‘इंडियन’ को वापस बुलाते हैं और वह अपने तरीके से चीजों को करना शुरू करता है। फिल्म में कोई प्रॉपर विलन नहीं है, जो ‘इंडियन’ को टक्कर दे सके।
सीक्वेंस और सीन्स
फिल्म में कई सीक्वेंस हैं, जो बेवजह लंबे किए गए हैं। एक सीक्वेंस है, जहां एक ट्रेजर वॉल्ट है, जो पूरा सोने का बना हुआ है। इसमें एक गुजराती मोटा भाई है, जिसके पास बहुत पैसा है। वे अपनी लड़की की शादी करवा रहे हैं और वॉल्ट में सब कुछ सोने का है। यह सीक्वेंस काफी क्रिएटिव तरीके से एग्जीक्यूट किया गया है।
क्लाइमैक्स की कमी
फिल्म में कोई प्रॉपर क्लाइमैक्स नहीं है। फिल्म देखने के बाद ऐसा लगता है कि यह इंटरवल के लिए खत्म हो गई है। सेनापति का कैरेक्टर इतना स्ट्रॉन्ग है कि उसे कोई टक्कर नहीं दे सकता। फिल्म में दो सीक्वेंस खास हैं – एक सोने का वॉल्ट और दूसरा जीरो ग्रेविटी में लड़ाई का सीन।
म्यूजिक और सॉन्ग्स
फिल्म में तीन गाने हैं। कोई चुम्मा-चाटी वाला सीन नहीं है, इसलिए फैमिली के साथ देख सकते हैं। लेकिन सवाल यह है कि क्यों देखना चाहेंगे? फिल्म का म्यूजिक ठीक है, लेकिन गाने उतने इम्प्रेसिव नहीं हैं।
Hindustani 2 Movie Review in Hindi
‘हिंदुस्तानी 2’ एक ऐसी फिल्म है, जो सोशल इश्यूज पर कमेंट्री करने की कोशिश करती है। लेकिन यह फिल्म उतनी प्रभावशाली नहीं है, जितनी ‘हिंदुस्तानी’ थी। फिल्म का कांसेप्ट अच्छा था, लेकिन इसे अच्छे से एग्जीक्यूट नहीं किया गया। सेनापति का कैरेक्टर स्ट्रॉन्ग है, लेकिन फिल्म की स्टोरीलाइन कमजोर है। कुल मिलाकर, ‘हिंदुस्तानी 2’ देखने के बाद ऐसा लगता है कि मैंने तीन घंटे का एक लंबा लेक्चर सुना है।