Jaisalmer Baba Viral Video : जैसलमेर के तनोट क्षेत्र के पास एक 70 वर्षीय गड़रिया (शेफर्ड) बुजुर्ग को एक युवक और युवती ने धोखे से एक वीडियो में फंसा दिया। कपल ने सुनसान जगह पर बुजुर्ग से रास्ता पूछने के बहाने उसे अपनी गाड़ी के पास बुलाया। लड़की पूरी तरह निर्वस्त्र थी और जानबूझकर बुजुर्ग को उत्तेजित करने वाले हरकतें करने लगी।
बुजुर्ग पहले तो झिझकता रहा लेकिन कपल उसे उकसाते रहे। लड़का वीडियो बना रहा था और लड़की जानबूझकर उत्तेजक भाषा और हरकतों का उपयोग कर रही थी। अंत में 11 मिनट का वीडियो वायरल कर दिया गया।
🔹 Quick Information Table
विषय | जानकारी |
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घटना का स्थान | जैसलमेर, राजस्थान |
पीड़ित व्यक्ति | 70 वर्षीय गड़रिया (बुजुर्ग) |
आरोपी | शानू (बिहार से), स्मृति (उत्तर प्रदेश से) |
घटना का स्वरूप | बुजुर्ग के साथ अश्लील वीडियो बनाकर वायरल करना |
वीडियो अवधि | लगभग 11 मिनट |
कार्रवाई | दोनों आरोपी गिरफ्तार, सोशल मीडिया से कंटेंट हटाया गया |
सार्वजनिक प्रतिक्रिया | वायरल वीडियो के बाद भारी आक्रोश |
संदेश | अश्लीलता के धंधे के खिलाफ जागरूकता की अपील |
वायरल वीडियो में क्या हुआ?
इस वीडियो में सिर्फ बुजुर्ग का चेहरा साफ दिखाया गया जबकि लड़की का चेहरा ब्लर कर दिया गया। वीडियो अश्लील वेबसाइट्स और सोशल मीडिया पर फैल गया। वीडियो वायरल होते ही बुजुर्ग की पहचान सामने आ गई और पूरे जैसलमेर में लोग उन्हें “ठरकी बाबा” कहकर मजाक उड़ाने लगे।
बुजुर्ग की हालत
वीडियो वायरल होने के बाद बुजुर्ग मानसिक रूप से बुरी तरह प्रभावित हुए। वह अब अपने कमरे से बाहर नहीं निकलते, ना कुछ खाते हैं ना पीते हैं। उन्हें गहरी शर्मिंदगी और सामाजिक बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है।
आरोपी कौन हैं?
- शानू – बिहार निवासी युवक, वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा था।
- स्मृति – उत्तर प्रदेश की युवती, वीडियो में एक्ट कर रही थी।
यह कपल पहले से ही बुजुर्गों, ड्राइवरों, रेहड़ी वालों आदि को निशाना बनाकर अश्लील वीडियो बनाते थे और उन्हें गंदी वेबसाइट्स पर अपलोड करके पैसे कमाते थे।
पुलिस कार्रवाई
बुजुर्ग के बेटे द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस ने शानू को बिहार से और स्मृति को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है। कपल ने सभी सोशल मीडिया कंटेंट हटाए, लेकिन सर्वर पर IP ट्रेसिंग से उन्हें ट्रैक कर लिया गया।
लोगों से अपील
वीडियो बनाने वाले ने अंत में लोगों से अपील की है कि इस तरह के वीडियो न शेयर करें, न डाउनलोड करें और न ही फॉरवर्ड करें। ऐसे कंटेंट किसी की पूरी जिंदगी तबाह कर सकते हैं।
“ये आपके दादा, परदादा या बहन-बेटी के साथ भी हो सकता है”, इसलिए सोशल जिम्मेदारी निभाएं और ऐसे कंटेंट को तुरंत डिलीट करें।
सोशल मीडिया पर अभियान
वीडियो बनाने वाले यूट्यूबर ने सभी से अपील की है:
“सेव जैसलमेर बाबा”
– यह मैसेज सोशल मीडिया पर लिखें, पोस्ट करें, और इस बुजुर्ग को सहारा दें।
निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ एक वीडियो वायरल होने का नहीं है, यह इंसानियत, निजता और डिजिटल एथिक्स का गंभीर सवाल है। कानून ने अपना काम किया, लेकिन समाज को भी अब इस सोच को बदलना होगा कि किसी की मजबूरी, उम्र या मासूमियत को मजाक में उड़ाना मजा नहीं, एक अपराध है।
अगर आपको भी ऐसा कोई वीडियो या कंटेंट दिखे तो कृपया फॉरवर्ड न करें और तुरंत रिपोर्ट करें। एक ज़िम्मेदार नागरिक बनें।