Mirzapur Season 3 Review :जिसका तुम्हें था इंतजार

Mirzapur Season 3 Review : जिसके लिए दिल था बेकरार, वो घड़ी आखिरकार आ गई। मिर्जापुर सीजन 3 रिलीज हो गया है। पूरे 10 एपिसोड्स एकदम फुल एचडी में। भाई साहब, देख के टना टन हो जाओगे। ये वो सीरीज है जो सही मायने में डेली के 1GB इंटरनेट का सही उपयोग कराती है। यकीन मानिए, दिन भर के 2 किलो रील सूंघ जाने वाले लड़के पूरे दिन पेशाब के प्रेशर की तरह अपना डाटा बचाए हुए थे कि रात में मिर्जापुर आएगी तब खर्च करेंगे। अब आप बोलोगे रौनक भाई, 12:00 बजे के बाद तो वैसे भी डाटा वापस मिल जाता है, तो भाई उतनी अकल अगर इनमें होती तो रील्स के नशेड़ी थोड़ी ना होते।

Mirzapur Season 3 Review

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इस सीजन में तीन सवाल सबसे बड़े थे:

  1. क्या अमृत्व को प्राप्त मुन्ना भैया इसमें दोबारा से जिंदा हो पाएंगे?
  2. कालीन भैया अपने 2.0 वर्जन में मिर्जापुर की गद्दी क्या वापस पाएंगे?
  3. गुड्डू भैया क्या पावर का संतुलन ठीक से बैठा पाएंगे?

सीजन की शुरुआत:

Mirzapur Season 3 Review की शुरुआत में ही पिछले दो सीजन का रीकैप दिखाया जाता है, जिसे 90% जनता ने स्किप किया होगा। मतलब यार, हम रात के 12:00 बजे उल्लू बने बैठे मिर्जापुर देख रहे हैं, तो जाहिर सी बात है दोनों सीजन चार्ट ही रखे होंगे।

कहानी शुरू होती है मुन्ना भैया से, जो कि अब हमें खाली फोटो में ही नजर आएंगे। उनके फैंस चाहे तो इस वीडियो को पॉज करके दो मिनट का डिजिटल मन रख सकते हैं, क्योंकि पहला ही सीन उनके फ्यूनरल का है। मुन्ना भैया का चैप्टर क्लोज, फाइल बंद। लेकिन यहाँ से माधुरी यादव का भय मुक्त उत्तर प्रदेश बनाने के लिए मिर्जापुर की गद्दी को खत्म करने की ठान लेती हैं।

गुड्डू भैया का नंगा नाच:

उधर, दूसरे सीजन में मुन्ना भैया की छाती में बारूद भर मिर्जापुर की गद्दी पर बैठे अपने लंगड़ त्यागी उर्फ हमारे गुड्डू पंडित का खून का उबाल खत्म ही नहीं हो रहा है। इस गर्म माथे के साथ वो मिर्जापुर की गद्दी पर बैठ पावर का नंगा नाच कर रहे हैं। लेकिन त्रिपाठ के जाने के बाद पूरे गैंगस्टर नेक्सस के समीकरण भाई से बैठ नहीं पा रहे हैं। हर जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट की तरह भाई को भी खुद को एक बार फिर से प्रूव करना है।

शरद शुक्ला की चाल:

इस बीच उनके सामने खड़े हैं शरद शुक्ला, जो कि रति शंकर शुक्ला के बड़े बेटे हैं। वो वही काम कर रहे हैं जो उनके पिताजी किया करते थे। यानी वो भी सांप थे और यह भी सांप है। हम भी पेले गए थे, तुम भी पेले जाओगे। और यह सांप गुड्डू भैया को डसना चाह रहे हैं।

नए समीकरण:

इन बदले हुए समीकरणों का सबसे ज्यादा फायदा उसी को मिलता दिख रहा है। इस सीजन में एक वही है जो सबसे पावरफुल पोजीशन में बैठा नजर आ रहा है। भाई ने अखंडा को भी अंडरग्राउंड किया हुआ है, सीएम माधुरी यादव को भी बाटली में उतारा हुआ है और गैंगस्टर टीम्स को भी अपने जाल में फसाया हुआ है।

रमाशंकर पंडित जी की कहानी:

अब सबसे बुरा लग रहा है रमाशंकर पंडित जी के लिए। जो अपनी शराफत का झोला उठाए अकेले ही चल रहे हैं। खुद को ही जेल भी करवा लिया और लड़के को कहा कि जाओ पुलिस स्टेशन से स्कूटर उठा लो। जबकि अगला पूरे जिले में बता रहा है कि हम बाहुबली हैं। बताइए बताइए बताइए।

लव स्टोरी का हाल:

मिर्जापुर में किसी की भी लव स्टोरी उठा लो, सबकी लव स्टोरी में यू-टर्न आते ही रहते हैं। भाई, कंप्लीट ही नहीं हो पा रही। बबलू भैया हो या मुन्ना भैया, लव स्टोरी के हाल तो बेहाल ही होते हैं।

एस्ट्रो टॉक ऐप:

मुझे अभी हाल ही में अपना खुद का एक घर खरीदना था और भाई, एक के बाद एक कुछ ना कुछ इश्यूज चल रहे थे। तब मुझे एक ऐप मिली एस्ट्रो टॉक। यहाँ आप किसी भी एस्ट्रोलॉजर से बात करके अपने कोई भी डाउट्स के आसानी से आंसर ले सकते हैं। मैंने भी यही किया। यहाँ पर मैंने एस्ट्रोलॉजर से भारती जी से बात की। उन्होंने मुझसे बेसिक डिटेल्स ली और करेक्टली प्रिडिक्ट करके बताया और घर को लेकर जो इश्यूज थे, उसके सॉल्यूशंस बताए। वैसा ही हुआ और आज मेरे अपने घर का सपना पूरा हो गया।

मिर्जापुर सीजन 3 का अब तक का अनुभव:

दोस्तों, कमाने खाने वाले आदमी को कम से कम दो दिन का टाइम तो दे दो। ब्लैक होल से भी ज्यादा बड़े काले गड्ढे तो हमारी आंखों के नीचे पड़े हैं। इतनी देर रात तक आपके चक्कर में जगना पड़ता है।

Mirzapur Season 3 Review in Hindi एक्टिंग और डायलॉग्स

इस Mirzapur Season 3 Review में सबने अच्छी एक्टिंग की है। कुछ डायलॉग्स बहुत अच्छे हैं जैसे “जरूरत से ज्यादा लंबाई हो तो नजरें झुका के चलना पड़ता है” या “घोषणा पत्र पर किया हुआ वादा और कमरे में कौन पादा, यह कोई नहीं पूछता।” ये डायलॉग्स सुनकर हंसी आ जाएगी।

पर्सपेक्टिव चेंज

इस (Mirzapur Season 3 Review in Hindi) सीजन में मर्दों की बजाय महिलाओं का दबदबा ज्यादा देखने को मिलेगा। गोलू और माधुरी का कैरेक्टर काफी इंपॉर्टेंट है। त्यागी की स्टोरी लाइन भी इम्प्रेस करती है।

क्लाइमेक्स

Mirzapur Season 3 Review in Hindi सीजन का क्लाइमेक्स आपको फिर से क्वेश्चन मार्क पर छोड़ देगा। पिछले सीजन में जो मरा था, वो छोटा त्यागी था या बड़ा, इस सवाल का जवाब मिलेगा। इसके साथ ही इस सीजन का अंत इस तरह किया गया है कि चौथे सीजन की तैयारी पहले से ही कर ली गई है।

दो क्रेडिट सीन

इस Mirzapur Season 3 Review में दो क्रेडिट सीन भी हैं – एक मिड-क्रेडिट और एक पोस्ट-क्रेडिट। पोस्ट-क्रेडिट में मुझे वो बंदा दिखा, जिसे मैं पूरे 10 एपिसोड में ढूंढ रहा था।

क्या इसे देखना चाहिए?

मेरा सजेशन रहेगा कि मेकर्स को इस सीजन के बाद मिर्जापुर को खत्म कर देना चाहिए। इसमें कुछ भी नया या एक्स्ट्राऑर्डिनरी नहीं है। लास्ट एपिसोड काफी अच्छा था, लेकिन 10 घंटे के कंटेंट में सिर्फ एक या दो घंटा मजा आए तो क्या ही मजा आएगा।

Mirzapur Season 3 Review पॉजिटिव पॉइंट्स:

  1. मिर्जापुर जिस चीज के लिए फेमस है, वो हर चीज इसमें दिख रही है। कुछ भी एक्स्ट्रा उंगली नहीं करी गई है।
  2. कहानी की पेच से लेकर ट्विस्ट एंड टर्न्स अभी तक तो बढ़िया जा रहे हैं।
  3. प्रोडक्शन क्वालिटी पहले से बढ़िया नजर आई।
  4. नए कैरेक्टर्स इस सीजन में मजेदार हैं।
  5. सारे कैरेक्टर्स के बीच में जो समीकरण बैठे हैं, वो भी देखने में मजा आ रहा है।

Mirzapur Season 3 Review नेगेटिव्स:

  1. सबसे बड़ा नेगेटिव जो है, वो है वायलेंस। कुछ लोगों को पॉजिटिव भी लग सकता है, लेकिन इस बार वायलेंस कुछ ज्यादा ही है। मतलब जो सींस पहले इक्का-दुक्का एपिसोड्स में नजर आते थे, वो अब हर एपिसोड में दिख रहे हैं और बड़ी फ्रीक्वेंसी से।

पूरा सीजन खत्म करके हम आपके लिए उसका भी रिव्यू लाएंगे। लेकिन जाने से पहले आप जरा कमेंट करके मेरे को ये बताएंगे कि आप कितने एपिसोड्स पर अटके हुए हो या पूरा सीजन खत्म कर लिया। मतलब आपने भी मैडम वाली गोली खा ली होगी। दीदी कौन सी गोली खाती थी जरा बताना।

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